अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के अवसर पर 8 मार्च को वे गुजरात के नवसारी जिले में ‘लखपति दीदी सम्मेलन’ में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यभर के 25,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों (SHG) की 2.5 लाख महिलाओं को ₹450 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे।
लखपति दीदी योजना: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को ‘लखपति दीदी योजना’ की शुरुआत की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
- स्वयं सहायता समूहों (SHG) की वे महिलाएं जो प्रति माह ₹10,000 या उससे अधिक कमाती हैं, और
- वार्षिक आय ₹1 लाख या उससे अधिक है,
- उन्हें ‘लखपति दीदी’ का दर्जा दिया जाता है।
गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के प्रयासों से अब तक 1.5 लाख से अधिक महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं।
व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ ₹1 लाख की वित्तीय सहायता
- प्रत्येक स्वयं सहायता समूह (SHG) महिला को ₹1 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
- पांच वर्षों में 50,000 महिलाओं को सहायता प्रदान करने के लिए कुल ₹500 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।
- प्रत्येक 50-60 महिलाओं के लिए एक फील्ड कोच नियुक्त किया जाएगा, जो साप्ताहिक कोचिंग और क्षमता निर्माण सत्र आयोजित करेगा।
ग्रामीण महिलाओं के लिए स्टार्टअप फंड
ग्रामीण स्टार्टअप्स और सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने G-MAITRI (Gujarat Mahila Aatmanirbhar Initiative for Rural Transformation and Innovation) योजना शुरू की है।
- गुजरात सोशल एंटरप्राइज फंड (G-SEF) के माध्यम से ₹50 करोड़ की सहायता दी जाएगी।
- गुजरात में 10 लाख से अधिक ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
‘लखपति दीदी योजना’ का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना है। 8 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना के तहत 2.5 लाख से अधिक महिलाओं को ₹450 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता देंगे। इससे महिलाओं को स्वरोजगार, उद्यमिता और आजीविका के नए अवसर मिलेंगे, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी।